सिंधु नदी तंत्र । Indus river system / sindhu nadi tantra in hindi
सिन्धु नदी / sindhu river [ सिन्धु नदी का उद्गम
सिंधु नदी एशिया की सबसे बड़ी नदी मानी जाती है और सिंधु नदी का उद्गम तिब्बत में मानसरोवर झील के पास से होता है इसके बाद अपने उद्गम से समापन तक यह एशिया के तीन देशों में बहती है अपने उदगमन के बाद यह उत्तर पश्चिम की ओर प्रभावित होते हुए भारत के केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में प्रवेश करती है और लद्दाख के दक्षिण में प्रवाहित होते हुए आगे बढ़ती है आगे चलकर लद्दाख की राजधानी लेह नगर नदी के दाएं और बसा हुआ है जो भारत का सबसे सूक्ष्म स्थान भी माना जाता है।
सिन्धु नदी की जानकारी
लद्दाख जो वर्तमान में कश्मीर के समकक्ष माना जाता है लद्दाख पर्वत श्रेणी के उत्तर में शोक नदी सिंधु नदी के समांतर बहते हुए गिलगित बलिस्तान में जाकर सिंधु नदी से मिल जाती है जहां लद्दाख समाप्त होता है इसके बाद सिंधु नदी काराकोरम रेंज के दक्षिण में प्रवाहित होते हुए पाकिस्तान में प्रवेश करती है। वर्तमान में देखें तो सिंधु नदी लद्दाख जम्मू कश्मीर में तिब्बत मानसरोवर से प्रवेश करती है।
सिंधु नदी की सहायक नदियाँ
सिंधु नदी की सहायक नदियों के कारण भी सिंधु नदी तंत्र बनता है सिंधु नदी में महत्वपूर्ण नदियां मिलने वाली जिसके कारण उसके प्रभाव को और तेज बढाती है।
- झेलम नदी
- चिनाब नदी
- रवि नदी
- व्यास नदी
- सतलुज नदी
Jhelam nadi झेलम नदी।
झेलम नदी का उद्गम केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में बेरिंग झील के पास से होता है और इसके बाद वह उत्तर पश्चिम की ओर बहती हुई चली जाती है झेलम नदी के किनारे श्रीनगर बस हुआ है।
जब झेलम नदी श्रीनगर में प्रवेश करती है उसके बाद वह थोड़ा आगे चलती है तो वुलर झील में समाहित हो जाती है वुलर झील भारत की सबसे बड़ी मीठे पानी की झील मानी जाती है इसके बाद झेलम नदी भारत और पाकिस्तान की सीमा बनाती है और पाकिस्तान में प्रवेश करती है अंत में यह नदी चीनाव नदी में जाकर मिल जाती है
चिनाब नदी ।
चिनाव नदी का उद्गम भारत में हुआ है चिनाव नदी बारहलाचा दर्रे के पास से निकलती है वैसे अगर देखे तो चीनाव नदी का उद्गम हुआ नहीं है यह दो नदी के संगम से एक जलधारा निकलती है तब उसका उदगम माना जाता है पहले है चंद्र और दूसरी है भाग यह दो नदिया जब आपस में मिलती है तो चंद्रभागा नदी कहलाती है वह इसके बाद इसकी एक जलधारा जो आगे बढ़ती है वह चीनाव नदी कहलाती है
यह नदी जब जम्मू और कश्मीर में में प्रवेश करती है तो चीनाव नदी के नाम से जानी जाती है इसके बाद यह सीधे पाकिस्तान में प्रवेश करती है चीनाव नदी में झेलम रवि और सतलुज नदी का संगम होता है पाकिस्तान में इसके बाद चीनाव नदी आगे जाकर सिंधु नदी में मिल जाती है।
रवि नदी
रवि नदी भारत की महत्वपूर्ण नदी है क्योंकि इसका उदगमन भारत में हुआ है रवि नदी का उद्गम हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में रोहतांग दर्रा के पास से होता है यह हिमाचल प्रदेश से निकलकर पंजाब और जम्मू कश्मीर कि सीमा बनाते हुए बहती है रवि नदी पर ही रणजीत सागर बांध बना हुआ है रवि नदी भी भारत और पाकिस्तान की सीमा बनाती है पाकिस्तान में रवि नदी के किनारे लाहौर शहर स्थित है अंत में यह नदी चीनाव नदी में जाकर मिल जाती है।
व्यास नदी
व्यास नदी का उद्गम भारत में हुआ है व्यास नदी रोहतांग दर्रा के पास व्यास कुंड से निकलती है यह हिमाचल प्रदेश में कुल्लू घाटी से बहते हुए पश्चिम की ओर प्रभावित होती है जब व्यास नदी पंजाब में प्रवेश करती है तो यह सतलुज नदी में आगे जाकर मिल जाती है।
सतलुज नदी
सतलुज नदी का उद्गम सिंधु नदी के स्रोत से लगभग 80 किलोमीटर दूर मानसरोवर झील के पास राज साल झील से होता है सतलुज नदी का उद्गम भी मानसरोवर झील के पास से ही होता है यह हिमाचल प्रदेश में शिपकिला दर्रे से प्रवेश करती है इसी नदी के तट पर नाथक्का झाकरी डैम भी बना हुआ है ।
इस नदी के तट पर प्रसिद्ध भाखड़ा बांध स्थित है यह गोविंद सागर झील का भी निर्माण करता है और पंजाब में प्रवेश करते हुए भाखड़ा बांध से लगभग 8 किलोमीटर दूरी पर ही नागल बांध भी बना हुआ है।
सतलज नदी जब आगे बढ़ते हुए बहती है तो पंजाब और पाकिस्तान किस सीमा बनाते हुए आगे बढ़ती है और पाकिस्तान में प्रवेश करने के बाद यह नदी चीनाब नदी में मिल जाती है।
FCQ ;-
दोस्तों इस लेख में हमने आपको सिन्धु नदी के तंत्र से संबधित जानकारी को आपके सामने रखा है इस लेख में हमने आपको सिंधु नदी तंत्र Indus river system सिंधु नदी तंत्र को समझाइए सिंधु नदी कहां से निकलती है सिंधु नदी किस ग्लेशियर से निकलती है सिंधु नदी भारत में कहां है
0 Comments